संदेश

जून, 2025 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

भारत पाकिस्तान टकराव पर सवाल क्यों उठ रहे हैं ?

चित्र
   भारतीय सेना के चिफ अफ डिफेन्स स्टाफ जनरल अनिल चौहान ने ब्लुम्वर्ग टीवी की हसलिन्डा अमीन और रोयटर को दिये सात्क्षत्कार में परोक्ष रुपसे पाकिस्तान के खिलाफ हुये सैन्य अभियान के दौरान कुछ भारतीय युद्धक विमानों को पाकिस्तान द्वारा गिराये जाने की बात स्वीकार की परन्तु संख्या के बारे में बताने से बचते रहे ।    सिंगापुर में आयोजित सांग्रीला डायलग में शिरकत करने गये  भारतीय सेना के चिफ अफ डिफेन्स स्टाफ जनरल अनिल चौहान ने ब्लुम्वर्ग टीवी की हसलिन्डा अमीन और रोयटर को दिये सात्क्षत्कार में परोक्ष रुपसे पाकिस्तान के खिलाफ हुये सैन्य अभियान के दौरान कुछ भारतीय युद्धक विमानों को पाकिस्तान द्वारा गिराये जाने की बात स्वीकार की परन्तु संख्या के बारे में बताने से बचते रहे । उन्हाेंने कहा —“कितनी क्षती हुयी यह बडी बात नहीं है, हमारी  किस चुक के चलते क्षती हुई यह बडी बात थी । हमने बाद में चुक को दुरुस्त किया और अपने मकसद को पुरा किया ।” उनके कथन का मतलब तो यही निकलता है कि पाकिस्तान शीघ्रता से जबावी कार्यवाही पर उतर आयेगा भारतीय सेना को बिल्कुल अन्दाज नहीं था । यह भारतीय खु...

भारत—पाक तनाव ः भारतीय मुख्य धारा की मिडिया का छिछोरापन

चित्र
 लगता था दोनाें देश की सेना नहीं मिडिया स्टुडियो से जंग लड रहा था । अप्रैल २२ को पहलगाम  में हुये आतंकी हमले से लेकर मई १० तक भारत और पाकिस्तान के बीच चलरहा तनाव से माहौल गर्म था । मई ७ तारीख से तनाव और भी गहरा हो गया था , मिसाईल और ड्रोनों से हमले तक की भी खबरें थी ।   दोनों के बीच हवाई टकराव चलरहा था । दोनों ओर से ड्रोन हमले तक की खबरें थी ।  कई युद्धक विमानों के गिरने और धनजन की क्षती के दावे अपने मुताबिक ठोके जारहे थे । हालात उत्कर्ष की ओर जाने का अंदेशा होने लगा था । भारत में ही नहीं उसके पडोसी देश नेपाल के हरएक गली नुक्कडों तक में मसले को लेकर चरचे चल रहे थे । पुलवामा हमले में एक नेपाली नागरीक की भी हत्या हुई थी । इसलिए भी नेपाल में चरचों का होना लाजिमी था ।   भारत ने पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर मिसाईल प्रहार के बाद पाकिस्तान ने भी जबावी कार्यवाही शुरु कर दिया था । पाकिस्तान जबावी कार्यवाही करने के स्तर तक आगे बढेगा किसी को विश्वास ही नहीं था, शायद भारतको भी नहीं । कहाँ शक्तिशाली भारत कहाँ कमजोर पाकिस्तान, आम लोगों की यही पारम्परिक सोच थी । विगत मे...